चंद्रयान-3 सेपहले चांद पर पहुंचने की संभावना है.    
    लूना 25 को 25 अगस्त को लॉन्च किया जाना है और यह
 10 सितंबर कोचांद परउतरेगा.        
  चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था





 
और यह 23 अगस्त को चांद पर उतरने। की उम्मीद है ।   
   सिवान ने कहा कि रूस के चंद्र मिशन के पहली चांद पर
 पहुंचने से इसरो को प्रेरणा मिलेगी।     
और यह संगठन को अपने मिशनों को और अधिक कुशलता
 से पूरा करने में मदद करेगा.                    
  उन्होंने कहा कि इसरो को अपने मिशनों के लिए एडवांस
 टेक्नोलॉजी विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए।     
  ताकि यह अंतरिक्ष में अपनी स्थिति को मजबूत कर सके.




 
लूना 25 का उद्देश्य चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरना है. यह
क्षेत्र चांद के सबसे ठंडे और सबसे अंधेरे क्षेत्रों में से एक है.
 लूना 25 इस क्षेत्र में पानी की मौजूदगी की जांच करेगा.




 चंद्रयान-3 का उद्देश्य चांद के दक्षिणी ध्रुव पर एक रोवर को
 उतारना है. रोवर इस क्षेत्र में पानी की मौजूदगी की जांच
करेगा और चांद की सतह के नमूने भी एकत्र करेगा.
दोनों देशों के चंद्र मिशन अंतरिक्ष में भारत और रूस की
प्रतिस्पर्धा को दर्शाते हैं. दोनों देश अंतरिक्ष में अपनी
उपस्थिति को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.